What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
Victory towards the husband of Girija, the compassionate Lord. He constantly protects and nurtures his devotees and youngsters. Which has a crescent moon adorning his forehead, And earrings made of snakes’ hoods.
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो Shiv chaisa कोई जांचे सो फल पाहीं॥
बृहस्पतिदेव की कथा
प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
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तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥